न मेरी है लम्बाई न ही चौड़ाई पर संकेत में मेरे खूब है गहराई न मेरी है लम्बाई न ही चौड़ाई पर संकेत में मेरे खूब है गहराई
पुरुषोत्तम श्रीक्षेत्र के श्रीजगन्नाथ हैं उत्कलीयों के जीवंत ठाकुर, जीर्णवेर परित्याग जीर्णोद्धार... पुरुषोत्तम श्रीक्षेत्र के श्रीजगन्नाथ हैं उत्कलीयों के जीवंत ठाकुर, जीर्णवेर ...
एक अंतरीप बन जाता मेरा शरीर जहाँ अश्म ही अश्म है प्राचीन पीड़ाओं के। एक अंतरीप बन जाता मेरा शरीर जहाँ अश्म ही अश्म है प्राचीन पीड़ाओं के।
चित का चोर करे कुँज विहार चोला बासंती ! चित का चोर करे कुँज विहार चोला बासंती !
योगी भोगी ठग जग का जन्मों, सदियों जाने कब से पथ दर्शक हूं मैं योगी भोगी ठग जग का जन्मों, सदियों जाने कब से पथ दर्शक हूं मैं
बात एक बड़ी, आज मेरी समझ में है आई। बिन विराम के, भाषा न करे कभी उन्नति भाई।। बात एक बड़ी, आज मेरी समझ में है आई। बिन विराम के, भाषा न करे कभी उन्नति भाई।।